कृषि में उद्यमिता के नवाचार विकास हेतु संगठन (ए-आइडिया), भाकृअनुप- राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रबन्ध अकादमी राजेन्द्रनगर, हैदराबाद एवं भाकृअनुप-वि.प.कृ.अनु.सं., अल्मोड़ा के बीच समझौता

भारत में कृषि नवाचार और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के उद्वेश्य से विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग एवं राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक , भारत सरकार के सहयोग से स्थापित कृषि में उद्यमिता के नवाचार विकास हेतु संगठन भाकृअनुप-राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रबन्ध अकादमी राजेन्द्रनगर , हैदराबाद , तेलंगाना एवं भाकृअनुप-वि.प.कृ.अनु.सं. , अल्मोड़ा के बीच समझौता ज्ञापन पर अगस्त को  ए-आइडिया के अध्यक्ष डा. श्रीनिवास राव एवं भाकृअनुप-वि.प.कृ.अनु.सं., अल्मोड़ा के निदेशक डा.लक्ष्मी कान्त द्वारा हस्ताक्षर किये गये।   ए-आइडिया, अपनी स्थापना के बाद से ही क्षमता निर्माण , इनक्यूबेशन सर्विसेज, बिजनेस सपोर्ट सर्विसेज , टेक्नोलॉजी पोर्टफोलियो मैनेजमेंट और रेगुलेटरी सिस्टम के क्षेत्र में सेवाएं दे रहा है , जिसका मुख्य उद्देश्य उद्यमी, नवप्रवर्तक, उत्साही, अपने प्रारंभिक चरण/ छोटे व्यवसायों को आकार देने, बढ़ावा देने और विकसित करने में इनक्यूबेशन और त्वरण सहायता सेवाएं प्रदान करना है, जबकि भाकृअनुप-वि.प.कृ.अनु.सं. , अल्मोड़ा प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण और कुशल उपयोग , मूल्य संवर्धन के लिए फसल कटाई के बाद की प्रौद्योगिकियों के विकास और प्रौद्योगिकी के प्रसार पर जोर देने के साथ महत्वपूर्ण पर्वतीय फसलों की उत्पादकता और गुणवत्ता में सुधार के लिए बुनियादी, रणनीतिक और अनुकूली अनुसंधान के साथ पर्वतीय कृषि पर क्षमता निर्माण करता है और इसकी कई प्रौद्योगिकियाँ देश के अन्य हिस्सों में भी लोकप्रिय हैं।  समझौते के अर्न्तगत दोनों संगठनों के मध्य कृषि स्टार्टअप , मूल्यवर्धन सेवाओं , सह-नेटवर्किग से सम्बन्धित कार्यक्रमों/गतिविधियों के आयोजन पर सहमति व्यक्त की गयी तथा यह सुविधा भाकृअनुप-वि.प.कृ.अनु.सं., अल्मोड़ा के एक विशेषज्ञ की देखरेख में उन लोगों को दी जाएगी, जो इसका लाभ उठाना चाहते है। आशा है कि यह समझौता अपने  उद्देश्य कृषि एवं संबद्ध क्षेत्रों में उद्यमिता प्रचार-प्रसार करने मे सहायक होगा।

भारत में कृषि नवाचार और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के उद्वेश्य से विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग एवं राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक1 भारत में कृषि नवाचार और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के उद्वेश्य से विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग एवं राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक2