भाकृअनुप-विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसन्धान संस्थान, अल्मोड़ा व कृषि विज्ञान केन्द्र में आजादी का अमृत महोत्सव के अंर्तगत अन्नदाता देवो भवः विषय पर राष्ट्रीय अभियान का आयोजन

भाकृअनुप-विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसन्धान संस्थान, अल्मोड़ा द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव के अंर्तगत दिनाँक 23-24 अप्रैल 2022 के दौरान “अन्नदाता देवो भवः” विषय पर राष्ट्रीय अभियान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि तथा संस्थान के निदेशक डॉ लक्ष्मीकांत जी द्वारा किया गया। निदेशक महोदय ने अपने ब्याख्यान में छात्राओं को खाद्य तथा पोषण सुरक्षा के मध्य अंतर बताया तथा वर्तमान में समाज में उपस्थित कुपोषण के विषय में भी जानकारी साझा की। उनके द्वारा छात्राओं को संस्थान द्वारा विकसित क्यूपीएम मक्का तथा मंडुए की विभिन्न प्रजातियॉं के विषय में भी जानकारी दी गयी । कार्यक्रम के प्रथम दिवस दिनाँक 23/04/2022 को राजकीय बालिका इण्टर कॉलेज, अल्मोड़ा की 35 छात्राओं के लिए एक जागरूकता अभियान चलाया गया। जागरूकता अभियान में छात्राओं को संस्थान के संग्रहालय का भ्रमण, पर्वतीय क्षेत्रों की पोषण सुरक्षा में बायोफोर्टिफाइड मक्का का महत्व तथा मानव स्वास्थ्य सुरक्षा में पोषक-अनाजों का महत्व इत्यादि विषयों पर ब्याख्यान दिए गए। तथा उन्हें अपने दैनिक आहार में मोठे अनाजों को शामिल करने के लिए प्रोत्साहित किया गया। इसके अतिरिक्त छात्राओं को जैविक तथा प्राकृतिक कृषि के विषय में तथा वर्मीकम्पोस्टिंग द्वारा कृषि जनित ठोस कार्बनिक पदार्थों के प्रबंधन की जानकारी भी दी गयी। साथ की साथ उन्हें क्यूपीएम मक्का तथा मंडुए से निर्मित विविध उत्पादों को प्रदर्शित भी किया गया ।


कार्यक्रम के दूसरे दिन दिनाँक 24/04/2022 ( अपराह्न 2ः30 से 3ः30 ) को ऑनलाइन माध्यम के द्वारा “जैविक और प्राकृतिक खेती की स्थिति और संभावनाएं”  विषय पर एक ब्याख्यान आयोजित किया गया। इस ब्याख्यान में राष्ट्रीय अन्वेषक, जैविक खेती पर अखिल भारतीय नेटवर्क परियोजना डॉ एन रविशंकर जी द्वारा विभिन्न प्रतिभागियों को जैविक तथा प्राकृतिक खेती की परिभाषा, उनमें मुख्य अंतर तथा विश्व स्तर पर उनके विभिन्न प्रकारों यथा ऋषि कृषि, नातुएको फार्मिंग आदि की जानकारी दी। कार्यक्रम में भाकृअप-विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसन्धान संस्थान, अल्मोड़ा तथा भाकृअप-भारतीय कृषि प्रणाली अनुसन्धान संस्थान, मोदीपुरम के वैज्ञानिक, आईसीएआर-वीपीकेएएस, अल्मोड़ा के अंतर्गत कार्यरत कृषि विज्ञान केंद्र बागेश्वर और कृषि विज्ञान केंद्र चिन्यालीसोद (उत्तरकाशी) के कर्मचारियों जैसे विभिन्न हितधारकों ने भाग लिया। कार्यक्रम का समन्वयन डॉ दिनेश जोशी, डॉ अमित कुमार, डॉ देवेंद्र शर्मा तथा डॉ महेंद्र सिंह भिंडा ने किया।

अन्नदाता देवो भवः अभियान के अन्तर्गत भाकृअनुप-विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसन्धान संस्थान के कृषि विज्ञान केन्द्र, काफलीगैर, बागेश्वर द्वारा आयोजित कृषक गोष्ठी की आख्या

दिनांक 24/04/2022 को भाकृअनुप-विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसन्धान संस्थान के कृषि विज्ञान केन्द्र्र काफलीगैर बागेश्वर ने जलवायु अनुकूल कृषि पर राष्ट्रीय नवाचार (निकरा) परियोजना के अन्तर्गत ग्राम करालापालड़ी में कृषक गोष्ठी का आयोजन किया। कृषि विज्ञान केन्द्र काफलीगैर के प्रभारी अधिकारी डा0 कमल कुमार पाण्डे ने खरीफ के मौसम में उगने वाले मोटे अनाजों की जैविक खेती के विषय पर विस्तारपूर्वक चर्चा की। कार्यक्रम में कृषकों की समस्याओं का सामाधान करते हुये कृषकों को वी.एल. मडुवा 380, वी.एल. मादिरा 208, वी.एल. धान 156, वी.एल. सोया 65, वी.एल.सोया 89 तथा वी.एल. सोया 47 प्रजातियों के उच्च गुणवत्ता के बीज प्रदर्शन हेतु वितरित किये गए। साथ ही वैज्ञानिक तरीके से उत्पादन तकनीक की जानकारी भी दी गई। कृषकों को पॉपकार्न की खेती से जोड़ने के लिये वी.एल. अम्बर पॉपकार्न का बीज प्रथम बार प्रदर्शन हेतु उपलब्ध कराया गया। कार्यक्रम में ग्राम प्रधान, करालापालड़ी श्री मोहन सिंह, पूर्व बी.डी.सी. सदस्य श्री हरीश सिंह समेत 64 कृषकों ने प्रतिभाग किया ।