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Rice varieties released and notified |
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भा.कृ.अनु.प-विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा द्वारा विकसित सब्जी फसल की प्रजाति “वी.एल. चेरी टमाटर 1” अधिसूचना हेतु अनुमोदित |
यह चेरी टमाटर की प्रजाति जोन-1 (उत्तराखण्ड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर एवं लद्दाख), जोन-3 (अण्डमान निकोबार एवं असम को छोड़कर सभी उत्तर-पूर्वी राज्य) एवं जोन-7 (मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र एवं गोवा) के लिए संस्तुत की गयी है। |
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भा.कृ.अनु.प-विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा द्वारा विकसित सब्जी फसल की प्रजाति “वी.एल. सब्जी मटर 14” अधिसूचना हेतु अनुमोदित |
यह सब्जी मटर की मध्यम परिपक्वता अवधि वाली किस्म है, जो राज्य प्रजाति परीक्षण (सब्जी फसल) के द्वारा उत्तराखण्ड के लिए चिन्हित की गयी है। |
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राष्ट्रीय स्तर की प्रथम पूर्ण छिलके सहित खाने योग्य सब्जी मटर उत्तर भारतीय मैदानी क्षेत्रों हेतु सब्जी फसलों में चिन्हित |
छिलके सहित खाने योग्य सब्जी मटर प्रविष्टि वीपीएसपी 906-1 को जोन 4 (उत्तर भारतीय मैदानी क्षेत्र -उतर प्रदेश, बिहार, एवं पंजाब) के लिए जारी और अधिसूचित किये जाने हेतु चिन्हित किया गया। इस प्रविष्टि की सम्पूर्ण फली खाने योग्य होती है जिन्हें कोमल अवस्था में ही दाने बनते समय तोड़ा जाता है। |
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भाकृअनुप- विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा द्वारा गेहूँ की एक नयी प्रजाति वी0 एल0 2041 विकसित |
भाकृअनुप- विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा द्वारा गेहूँ की एक नयी प्रजाति वी0 एल0 2041 विकसित की गयी है जो कि बिस्किट बनाने के लिए अत्यधिक उपयुक्त है। उत्तर-पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र के राज्यों (उत्तराखण्ड, हिमाचल प्रदेश, मेघालय, जम्मू एवं कश्मीर तथा मणिपुर) में विगत 03 वर्षों में हुये कुल 24 वर्षाश्रित एवं 05 सिंचित अखिल भारतीय परीक्षणों में इस प्रजाति की बिस्किट क्वालिटी (फैलाव गुणांक) 11.07 आया है, जो कि पूरे देश में सर्वाधिक है। साथ ही इस प्रजाति में औसतन 09.07 प्रतिशत प्रोटीन तथा इसका दाना (दाना कठोरता सूचकांक 22.6) मुलायम है। |
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भाकृअनुप- विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा द्वारा विकसित सब्जी मटर की अगेती प्रजाति वी एल सब्जी मटर 13 |
यह सब्जी मटर की एक अगेती किस्म है जिसे उत्तराखण्ड में खेती के लिए अधिसूचित किया गया है। पर्वतीय क्षेत्रों में उपयुक्त होने के साथ ही यह प्रजाति मैदानी क्षेत्रों के लिए भी उपयुक्त पाई गई है। |
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